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महात्मा गांधी

                      आधुनिक युवा और बापू मैं जानता हूँ कि आप मे से बहुत से लोगो को मेरा यह आर्टिकल बिल्कुल पसंद नही आयेगा, पर यकीन मानिये मुझे इसकी जरा भी चिंता नही है. खैर कोई बात नही ,अच्छा लगे तो आगे पढ़ना नही तो इग्नोर कर देना । हमारे देश की विडंबना है कि हमारी आज की युवा पीढ़ी महात्मा जी ( गांधी जी ) को खूब गालिया देती है , उनके बारे में ख़ूब उल्टा सीधा बोलती है, लिखती है , यह कितना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि वो लोग जो खुद को गोडसे ( एक हत्यारे ) का भक्त बताते है, उसका मंदिर बनाते है , उसकी पूजा करते है।  सिर्फ इतना ही नही सोशल मीडिया में पर अलग अलग वितर्क देकर उन महान आत्मा का गौर अपमान भी करते है, मै 100% यकीन के साथ यह कह सकता हूं ऐसे लोगो ने अपनी ज़िंदगी में कभी भी किसी प्रमाणिक पुस्तक से कभी बापू के बारे में नही पढ़ा होगा, यह लोग सिर्फ सोशल मीडिया में फैलाये हुए गंदी भ्रामक पोस्टो के शिकार हुऐ लोग है। गांधी जी ने अपने जीवन काल मे क्या किया यह तो छोड़ो इनको को तो शायद इतना भी नहीं पता होगा कि आखिर हम 2 अक्टूबर क्यों मनाते है!  अगर बापू इतने ही खराब होते तो क्यों