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Ishq kaa Ruhaani safar ek love story Episode 4

Ishq kaa Ruhaani safar ek love story Ishq kaa Ruhaani safar ek love story Episode 4 Story Continue from Episode 3 , now Episode 4 उस शाम मैं पूरी रात करवटे बदलता रहा,  मेरे दिल और दिमाग अजीब सी कसमकस में थे!  मन मे उठ रहे सवालो का बवण्डर थमने का नाम ही नही ले रहा था...! आखिरकार मैं पलंग से उठा और अपनी हैंड वॉच की ओर देखा तो ,घड़ी की सुईया रात की 2 बजने की ओर दौड़ रही थी!  मुझे यह रात आज कुछ लंबी लगने लगी थी और, मुझे अब बेसब्री से सुबह होना का इंतजार था.. मै किसी भी तरह आंखे बंद कर के सो गया!  सुबह एक मोटी आवाज़ ने मेरे कानों में कोलाहल मचा रखा था! जब मैने अलसाई आधी खुली आंखों को जबरदस्ती खोल के देखा तो  समीर हाथ मे पानी का जग लिये मेरे ऊपर डालने की धमकी दे रहा था!   मैने आँखे मलते हुऐ घडी की तरफ देखा  सुबह के 7 बजकर 9 मिनेट होने को थे! मैने समीर के ऊपर खीजते हुऐ कहा था कब से पानी डाल दूंगा पानी डाल दूंगा की धमकी दे रहा है अच्छा होता पानी डाल दिया होता तो थोड़ा जल्दी उठ जाता ! मैं रजाई फेंक के उठ खड़ा हुआ, समीर मुझे संदहे भारी नज़रो से देखे हुऐ बोला था  वाह भा

भैसाद माता मंदिर खेरजला जोधपुर राजस्थान

Philosophical world travel diary project presentation..                        भैसाद माता मंदिर  खेजडला, राजस्थान                            मंदिर प्रवेश द्वार भैसाद माता का मंदिर जोधपुर राजस्थान के खेरजला गांव में स्थित है कहा जाता है माँ भैसाद माता सत्रह सौ वर्ष पूर्व हर्षवर्धन के काल में भैंसे पर सवार होकर  गुफा के रास्ते यहां खेजड़ला की पहाड़ी पर पहुंची थी                             द्वार द्र्श्य नवरात्र के नौ दिनों तक यहां मेले सा माहौल बना रहता है। । भैसाद माता के यहां आने के रास्ते वाली गुफा आज भी श्रद्धालुओं के लिए कौतूहल का विषय है। बताया जाता है कि इस गुफा का एक सिरा बिलाड़ा सरहद में स्थित डिंगड़ी माता मन्दिर पर निकलता है                मुख्ये मंदिर में जाने हेतु पौड़ीया तथा दूसरा सिरा जोधपुर मेहरानगढ दुर्ग में निकलता है। भैसाद माता के यहां आने पर खेजड़ला ठिकाने की ओर से जोधसिंह एवं शक्तिसिंह ने पहाड़ी पर मन्दिर का निर्माण करवाया  तथा नौ गृहों के रूप में नौ गृह स्वामियों की प्रतिमाएं स्थापित की। यहां उस संत की जीवित समाधि भी